“सफेद झूठ” गोरे होने की चाह में फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल कितना सही कितना गलत
लड़की गोरी नहीं तो शादी नहीं होगी ?
गोरी नहीं है इसलिए नौकरी नहीं मिली ?
बॉयफ्रेंड नहीं है क्योंकि वो गोरी नहीं है ?
बॉडी तो है पर लड़का गोरा नहीं है इसलिए कोई भी लड़की दोस्त नहीं है ?
और फिर अचानक से उनका कोई दोस्त उन्हें एक ” फेयरनेस क्रीम” दे देते हैं और उसको लगाते हैं शादी भी हो जाती है, नौकरी भी मिल जाती है, लड़कों के पास लड़कियों के दोस्ती की लंबी लाइन लग जाती है,
सब कुछ संभव हो जाता है वो भी बस, एक गोरा करने वाली क्रीम से ……..
क्या आप जानते हैं भारत में रंग रूप को लेकर कितना बड़ा भेदभाव किया जाता है, खासकर लड़कियों के साथ, जिसके कारण मन में बचपन से ही हीन भावना भर दी जाती है ।और उसका फायदा उठाते हैं यह ठगी कंपनी जो गोरा करने वाली क्रीम का इस तरीके से विज्ञापन बनाते हैं कि हर कोई उस के माया जाल में फंस जाता है। और आपको ये जानकर बड़ी हैरानी होगी कि सबसे ज्यादा भारत में फेयरनेस क्रीम की डिमांड रहती है।एक गरीब से लेकर अमीर तक इसके मोह माया के जाल से अछूता नहीं है।अभी हाल ही में एक फेयरनेस क्रीम ने अपना नाम भी चेंज किया है क्योंकि उस पर यह आरोप लगा था कि ऐसा कुछ नहीं होता और क्रीम को लगाने से कोई भी गोरा नहीं होता तो ये धोखा क्यों?
जिसके बाद उस कंपनी ने अपना नाम बदल लिया…
और आपको यह जानकर हैरानी होगी की वही कंपनी 2023 में लगभग 5000 करोड़ का सालाना टर्नओवर ले लेगी एक सर्वे के अनुसार यह बताया गया है। तो आप सोच सकते हैं कि यह तो सिर्फ एक कंपनी की बात है, और भारत में तो ऐसी तमाम कंपनी भरी है।
पुरुषों में भी विज्ञापनों को देख देखकर इतनी ज्यादा हीन भावना बढ़ती गई कि उन्हें भी अब गोरा होने वाली क्रीम का सहारा लेना पड़ा ।
कहते हैं उनमें से ही एक कंपनी पर एक लड़के ने मानहानि का दावा कर दिया था।
जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर उस कंपनी ने उस लड़के को कुछ मुआवजा दिया।
अब आप समझ जाएंगे कि भारत में लोग किस कदर गोरे होने के लिए बिना उसके नुकसान को जाने बस विज्ञापनों को देखकर और उस विज्ञापन में काम करने वाले अभिनेता और अभिनेत्रियों को देखकर अंधा विश्वास कर लेते हैं।
कुछ कंपनियों के विज्ञापन तो इतनी जल्दी-जल्दी टीवी पर आते हैं कि वो सबकी जुबान में रट जाते हैं और फिर लोग उन फेयरनेस क्रीम के आदि हो जाते हैं।
फेयरनेस क्रीम के नुकसान :- सबसे बड़ा तो आपका पैसे का नुकसान है,
स्किन एलर्जी हो सकती है।
चेहरे पर दाने, एक्ने, झाइयाँ हो सकती हैं या बढ़ सकती हैं।
कई लोग बिना एक्सपायरी डेट देखें इनका इस्तेमाल करते हैं जो कि और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है आपकी त्वचा के लिए।
अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव है तो बहुत अधिक फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल आपको स्किन कैंसर का शिकार भी बना सकता है।
तो दोस्तों ख़ूबसूरत त्वचा तो हर कोई पाना चाहता है पर इसका बिल्कुल ये मतलब नहीं है कि आप ऑंख बंद करके किसी भी फेयरनेस क्रीम पर भरोसा कर ले,
” हर रंग खूबसूरत है, जरूरत है तो खूबसूरत ऑंखों की जो वो ख़ूबसूरती देख सके”।
लेखिका: सीता वोरा
पांवटा साहिब, हिमाचल प्रदेश